गंगा की गोद में ही समीक्षा बैठक कर सकते हैं प्रधानमंत्री, सीएम ने बड़े स्टीमर का इंतजाम करने को कहा

              शावेज़ आलम✍✍✍



   कानपुुुर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 दिसंबर को कानपुर आएंगे तो कार्यशाला के अलावा उनके ज्यादातर कार्यक्रम गंगा तट पर ही होंगे। यही नहीं वह अपनी समीक्षा बैठक भी गंगा की गोद में यानी बड़े स्टीमर में कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने इस तरह की तैयारी करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। यह तैयारी रंग लाई तो सीएसए परिसर में प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम में कटौती होगी।
सीएम ने पेंटिंग, सफाई व साज सज्जा की तैयारियों का लिया जायजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने निर्धारित कार्यक्रम से 45 मिनट विलंब से 12:15 बजे सीएसए के हेलीपैड पर उतरे। करीब आधे घंटे तक स्टीमर से गंगा के विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया फिर प्रधानमंत्री के लिए आए 32 सीटर स्टीमर को देखा और गंगा बैराज स्थित सिंचाई विभाग का पूरा परिसर देखा। बैठक में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मां गंगा के लिए यहां आ रहे हैं। इसलिए ज्यादातर कार्यक्रम गंगा तट पर कराए जाएं। नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी से कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन तक शहर में व्यापक सफाई सुनिश्चित करें। यह न हो कि केवल कार्यक्रम स्थल के आसपास ही सफाई हो। सीएम ने हाईटेंशन तार से लेकर, प्रतिबंधित पॉलीथिन का इस्तेमाल न करने, दीवारों की साज सज्जा, पेंटिंग आदि की तैयारियों की पूरा जायजा लिया।
 ये जनप्रतिनिधि व अफसर रहे मौजूद
 इस दौरान प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमलरानी वरुण, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, महापौर प्रमिला पांडेय, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, एमएलसी अरुण पाठक, विधायक सुरेंद्र मैथानी, विधायक महेश त्रिवेदी, विधायक अभिजीत सिंह सांगा, कानपुर उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज, दक्षिण जिलाध्यक्ष डॉ. वीना आर्या और कानपुर ग्रामीण जिलाध्यक्ष कृष्णमुरारी शुक्ला के अलावा मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह, मंडलायुक्त सुधीर एम बोबडे, विशेष सचिव मुख्यमंत्री सुरेंद्र सिंह, एडीजी प्रेम प्रकाश, आइजी मोहित अग्रवाल जिलाधिकारी विजय विस्वास पंत, एसएसपी अनंत देव मौजूद रहे।
 स्वच्छ गंगा के लिए बंद हों बिठूर के नाले
बैठक में बिठूर के विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कहा कि जब तक बिठूर के नाले बंद नहीं होते, गंगा को स्वच्छ नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री ने जलनिगम के अधिकारियों से इन नालों को बंद कराने के लिए भी कहा।