रबी उत्पादकता गोष्ठी का हुआ आयोजन



  • प्रमुख सचिव कृषि विभाग अमित मोहन भी रहे मौजूद

  • किसानों को सम्मान के साथ दिया गया अन्नदाता का खिताब


 कानपुर । रबी फसल की उत्पादकता दिवस के मौके पर कांलुड में एक मंडलीय गोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसमें कानपुर मंडल समेत प्रयागराज मंडल में फसलों पर काम कर रहे कृषि वैज्ञानिकों को आमंत्रित किया गया था। वहीं गोष्ठी का आयोजन में मुख्य अथिति के रूप में प्रमुख सचिव, उत्तर प्रदेश कृषि विभाग  अमित मोहन प्रसाद उपस्थित रहे, जिन्होंने कैलाश भवन सीएसए के सभागार में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जलित करते हुए की। शुभारंभ के तत्पश्चात कानपुर जिलाधिकारी व प्रयागराज से आये गणमान्यों ने प्रमुख सचिव का माल्यार्पण करते हुए स्वागत किया। गोष्ठी की शुरुआत फसल के विषय मे विस्तार से बताया गया साथ ही देश के किसानों की तारीफ भी की गई जिन्हें अन्नदाता के नाम से पुकारा गया। इस बीच अन्य जिलों से आये लोगों से सुझाव भी लिए गए। उदाहरण के तौर पर इटावा से आये राम करण तिवारी अपना सुझाव बताते हुए कहा कि भारत का किसान स्वयं में वैज्ञानिक है, क्योंकि विदेशों में मशीनों से जमीन की नमी मापी जाती है और भारत का किसान पैर लगाकर उसकी मनी मापता है।  केवल किसानो को सिस्टम से खेती करना है। वैज्ञानिक विधि और  गोबर जैसी  खाद का प्रयोग कर अपनी उत्पादन  क्षमता बड़ा सकता है। वहीं कार्यक्रम के अंत मे प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश ने अपनी विचारधारा और रबी की फसल को और मजबूत करने का सुझाव रखा गया, जिसमें उन्होंने देश के किसानों को सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं से लाभान्वित करने का जोर दिया। उनका कहना था कि किसानों को जागरूक करने की सबसे बड़ी आवश्यकता है जिसे पूरा करने के लिए कृषि वैज्ञानिक व जिम्मेदार अफसर किसानों के पास जाएं और उनकी समस्या का हल निकालते हुए उन्हें फसल के प्रति जागरूक करने का काम करें।  इसी के साथ जिलाधिकारी कानपुर ने अभी तक आयी दो समस्याओं से प्रमुख सचिव कृषि विभाग को अवगत भी कराया, जिसमें उन्होंने सर्वप्रथम नहर सफाई पर जोर दिया और दूसरा नवंबर व दिसंबर माह में सिंचाई की समस्या से अवगत कराया। कार्यक्रम में मंडलायुक्त कानपुर मण्डल, दोनों मंडलों के जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, कृषि विभाग के अधिकारी तथा किसान भाई भी उपस्थित है।