सरकार का फरमान-बिजली दरों में बढोत्तरी के बाद अब करो अग्रिम बिल का भुगतान


 


      मोo नदीम सिद्दीकी की रिपोर्ट



  कानपुुर । प्रदेश की जनता को गन्ना समझ जब जी चाहा निचोड़ लें कि तर्ज पर चलते हुए प्रदेश सरकार ने  बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक नई मुसीबत खड़ी कर दी है बिजली दरों में बढोत्तरी का दंश झेल रहे उपभोक्ताओं ने अभी चैन की सांस भी नही ली थी कि सरकार ने एक और फरमान जारी कर दिया कि अब पाँच किलोवॉट पर घरेरू,कमर्शियल उपभोक्ताओं को सिक्योरिटी मनी देना होगा



प्रदेश की योगी सरकार ने महंगाई की मार झेल रही जनता पर एक बार फिर बिजली गिराने का काम किया है प्रदेश में बिजली दरों में वृद्धि किए जाने के बाद पावर कारपोरेशन ने पाँच किलोवॉट के ऊपर बिजली का उपयोग कर रहे सभी कमर्शियल एव घरेरू उपभोक्ताओं को 45 दिन का अग्रिम बिल देने का आदेश शुरू कर दिया है सिक्योरिटी मनी को तय सीमा के भीतर ही जमा करना होगा पहले अग्रिम बिल जमा करें तभी महीना का बिल जमा होगा । महीने का बिल न जमा होने पे बिजली अपने आप काट दी जायेगी । बिजली कारपोरेशन द्वारा लागू किए नियम का असर लाखों घरेरू के अलावा व्यवसायिक उपभोक्ताओं पर पड़ने वाला है इस नियम के तहत अगर किसी भी उपभोक्ता ने तय समय मे सिक्योरिटी मनी न जमा कराई तो उसके व्यवसाय की बिजली काटी जा सकती है उपभोक्ताओ की नींद उड़ाए सिक्योरिटी मनी के नियमावली के मुताबिक पिछले एक साल के बिल के आधार पर ही सिक्योरिटी मनी तय की जाएगी अगर किसी उपभोक्ता का बिल एक लाख का होगा तो उस आधार के हिसाब से पैतालीस दिन यानि डेढ़ महीने का बिल बनता है उतनी ही उसकी अग्रिम बिल मान ली जाएगी बिजली विभाग के अनुसार नई सिक्योरिटी से पहले की जमा सिक्योरिटी मनी घटाकर ही बाकि अमाउंट उपभोक्ता से वसूला जाएगा



प्रदेश सरकार द्वारा बिजली दरों में बढ़ोत्तरी से जनता उबर भी नही पाई थी की अचानक उपभोक्ताओं पर पाँच किलोवॉट के ऊपर कनेक्शन पर सिक्योरिटी मनी का भार बढ़ जाने से उनके हाथ पैर फूल गए है सरकार के इस निर्णय से कारोबारियों में रोष फैला हुआ है उनका कहना है दिन पर दिन कारोबार के हालात खराब हो रहे है लोगो को खाने के लाले पड़ने की नौबते आ गई है एक तो बिजली की बढ़ी दरों का बोझ ही नही उतर रहा था अब ये सिक्योरिटी मनी वसूलने का क्या तुक बनता है ये सरकार तो स्पोर्ट करने के बजाए घाटे में जा रहे कारोबार को डुबोने का काम कर रही  है । उस पर त्यौहार सर पे हैं


वही लोगो मे धीरे-धीरे विरोध की भावनाए जाग्रत होने लगी है घरेलू उपभोक्ताओं का ये कहना है कि उन्हें बिजली का बिल भरने के लिए ही रस्साकशी करनी पड़ रही थी अब ये सिक्योरिटी मनी कहा से जमा करें बिजली जलाने से बेहतर होगा प्रदेशवासी लालटेन या मोमबत्ती का उपयोग करे इससे बिजली तो बचेगी साथ ही प्रदेश का विकास भी होगा उपभोक्ताओं का कहना है ये सरकार विकास के नाम पर जनता को गन्ना समझकर चूस रही है अगर ऐसा ही चलता रहा तो लोग प्रदेश छोड़कर किसी अन्य राज्य की शरण ले लेंगे वही लोग ये भी कह रहे है पड़ोसी राज्य दिल्ली में सरकार जनता को बिजली पानी मुफ्त दे रही है तो उत्तर प्रदेश में ही क्यों बिजली महंगी की हुई है सरकार के इस निर्णय से एक बार फिर सियासत गरमाने लगी है प्रदेश सरकार के लिए निर्णय लगातार जनता जनार्दन पर भारी पड़ रहे है कही ऐसा ना हो कि आने वाले समय मे जनता योगी सरकार पर भारी ना पड़ जाए