नार्वे सरकार पर दबाव बनाने के लिये राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा

कानपुर 27 नवम्बर नार्वे में इस्लाम विरोधी प्रदर्शन में इस्लाम के पवित्र धर्मग्रंथ की बेहुरमती पर हिंदुस्तान में इस्लाम धर्म के मानने वाले करोड़ों लोगो में नाराज़गी-गुस्से को लेकर जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत से जिलाधिकारी कार्यालय मे काजी ए शहर व मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष की अगुवाई मे एक प्रतिनिधि मंडल मिला व महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को प्रेषित किया।
काजी ए शहर मौलाना मोहम्मद आलम रज़ा खाँ नूरी व ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड की अगुवाई में जिलाधिकारी से प्रतिनिधि मंडल मिला व अवगत कराया कि नार्वे की सरकार द्वारा इस्लाम विरोधी प्रदर्शन की इजाज़त देकर नार्वे की आवाम को इस्लाम के खिलाफ भड़काने का कार्य बखूबी अंजाम दिया गया, जिससे नार्वे के क्रिस्टीयानलैंड शहर मे प्रदर्शन के दौरान इस्लाम विरोधी संगठन के लार्स थोर्सन ने इस्लाम के पवित्र धर्मग्रंथ (कुरानशरीफ) की बेहुरमती की जिससे भारत मे इस्लाम धर्म के करोड़ो अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। भारत के मुसलमानों में नार्वे सरकार की इस घटना के खिलाफ नाराज़गी व गुस्सा है इस घटना के विरोध मे पूरी दुनियां मे नार्वे हुकूमत के खिलाफ प्रदर्शन भी हो रहे है सोशल मीडिया के माध्यम से यह खबर पूरी दुनियां में जगल मे आग की तरह फैल गयी, नार्वे की सरकार ही ऐसी घटना के लिए ज़िम्मेदार है जिसने पूरी दुनियां मे इस्लाम के मानने वालो को भड़काने का कार्य किया वह गुनाहगार सरकार है जिसने हिंसा को बढ़ावा देने का खेल बखूबी अंजाम दिया। इस्लाम विरोधी संगठन के लार्स थोर्सन जब पवित्र धर्मग्रंथ (कुरानशरीफ) की बेहुरमती कर रहा था तो नार्वे पुलिस ने उसको रोकने के लिए कुछ भी नही किया जब इस्लाम के मानने वाले एक शख्स को इस्लाम के पवित्र धर्मग्रंथ (कुरानशरीफ) की बेहुरमती करने से उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची उस शख्स के बर्दाश्त के बाहर हो गया तो उसने लार्स थोर्सन को रोकने का प्रयास किया तो नार्वे पुलिस ने उसकों ही गिरफ्तार कर उसके साथ मारपीट की।
प्रतिनिधि मंडल ने इसी संवेदनशील विषय से सम्बंधित महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जिसमें महामहिम से विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में सर्वोच्च पद पर आसीन लोकतंत्र के ज़िम्मेदार होने के नाते गुहार लगाई कि आप नार्वे की सरकार पर दबाव बनाकर इस्लाम विरोधी घटनाओं को दोबारा न होने का भरोसा दे। जिससे भारत मे इस्लाम के मानने वाले करोड़ों लोगों की नाराज़गी को दूर किया जा सके।
प्रतिनिधि मंडल व ज्ञापन में काजी ए शहर मौलाना मोहम्मद आलम रज़ा खाँ नूरी, इखलाक अहमद डेविड, मुफ्ती मोहम्मद हनीफ बरकाती, कारी अब्दुल मुत्तलिब, महबूब आलम खान, मुफ्ती साकिब अदीब, इस्लाम खाँ आजा़द, हाफिज़ मोहम्मद कफील हुसैन, मोहम्मद रज़ा खान, तौफीक रेनू, मोहम्मद इकराम, मोहम्मद सरफराज़ आदि लोग मौजूद थे।