ट्रेनों में चाय, नाश्ता और खाने पर भी महंगाई की मार !

अब ट्रेनों में नहीं मिलेगी 10 की चाय व 40 में नाशता,


 देखें नई दरों की लिस्ट 


नई दिल्ली : अगर आप ट्रेन में सफर करने के शौकीन हैं ते आपके लिए एक बुरी खबर है। जी हां..अब ट्रेनों में चाय और खाना महंगा होने जा रहा है। यानी ट्रेन में चाय और भोजन के लिए अब आपको ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। इस संदर्भ में रेलवे बोर्ड में पर्यटन एवं खान-पान विभाग के निदेशक की तरफ से सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है। रेलवे बोर्ड में पर्यटन एवं खान-पान विभाग के निदेशक की तरफ से जारी सर्कुलर से पता चला है कि राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों में चाय, नाश्ता और खाना महंगा होने जा रहा है। इन ट्रेनों के टिकट लेते वक्त ही चाय, नाश्ते और खाने का पैसा भी देना पड़ता है। वहीं, दूसरी ट्रेनों में भी यात्रियों को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी।राजधानी, दुरंतो और शताब्दी ट्रेनों के लिए लागू नई दरों के मुताबिक, सेकंड एसी के यात्रियों को चाय के लिए अब 10 रुपये की जगह 20 रुपये जबकि स्लीपर क्लास के यात्रियों को 15 रुपये देने होंगे। दुरंतो के स्लीपर क्लास में नाश्ता या खाना पहले 80 रुपये का मिलता था जो 120 रुपये हो जाएगा। वहीं, शाम की चाय की कीमत 20 रुपये से बढ़कर 50 रुपये होने जा रही है।


 
टिकटिंग सिस्टम में नए मेन्यू और शुल्क 15 दिनों में अपडेट हो जाएंगे जबकि 120 दिनों (चार महीने) के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। तब राजधानी के फर्स्ट एसी कोच में खाना 145 रुपये की जगह 245 रुपये में मिलेगा। संशोधित दरें न केवल प्रीमियम ट्रेनों के यात्रियों को बल्कि आम लोगों को भी प्रभावित करेंगी। रेग्युलर मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में ठीक-ठाक शाकाहारी भोजन 80 रुपये का मिलेगा जिसकी मौजूदा कीमत 50 रुपये है। इंडियन रेलवे कैटरिंग और टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) रेल यात्रियों को एग बिरयानी 90 रुपये जबकि चिकन बिरयानी 110 रुपये में मुहैया कराएगा। रेग्युलर ट्रेनों में 130 रुपये की कीमत पर चिकन करी भी परोसा जाएगा।सुबह की चाय के मुकाबले शाम की चाय महंगा होने को लेकर रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि शाम की चाय के साथ रोस्टेड नट्स, स्नैक्स और मिठाइयां आदि भी दी जाएंगी। रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने कीमतें बढ़ाने का पक्ष लेते हुए कहा, 'हम रेलवे में कैटरिंग सर्विस की क्वॉलिटी सुधारना चाहते हैं। इसलिए यह कदम उठाया जा रहा है।' पिछली बार 2014 में दरें बदली गई थीं। रेलवे बोर्ड का सर्कुलर कहता है कि आईआरसीटीसी के आग्रह और बोर्ड की ओर से गठित मैन्यु ऐंड टैरिफ कमिटी की सिफारिशों पर कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया गया है।


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