कानपुर 06 दिसम्बर मोहम्मदी यूथ ग्रुप के ज़ेरे एहतिमाम बाबरी मस्जिद की शहादत, दंगो मे कत्ल किये गये बेगुनाहों की मगफिरत/एहसाले सवाब के लिए कुरानख्वानी व यौम ए दुआ का आयोजन काज़ी ए शहर हज़रत मौलाना कमर शाहजहाँपुरी की सदारत मे कर्नलगंज खानकाहे हुसैनी हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन सालार शाह (रह० अलै०) मे हुआ जिसमे ज़ुल्म करने नफरत फैलाने वालों को तबाह करने, भाईचारे की मजबूती के लिए दुआ की गयी।
जुमा की नमाज़ अदा करने के बाद मोहम्मदी यूथ ग्रुप के मेम्बर खानकाहे हुसैनी पहुंचे उनके साथ दरगाहों के सज्जादानशीन भी थे सैय्यद शहज़ाद मियाँ, अबुल हाशिम कशफी, सूफी मोईनुद्दीन चिशती थे।
खानकाहे हुसैनी मे कुरानख्वानी का एहतिमाम किया गया उसके बाद हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन सालार शाह (रह०अलै०) की दरगाह पर गुलपोशी व संदल पेशकर व सलातो सलाम के बाद यौम ए दुआ हुई जिसमें अल्लाह अपने हबीब के सदके मे हमारे मुल्क, सूबे व शहर मे अमनो अमान कायम रहने, बाबरी मस्जिद की शहादत के बाद मारे गये बेगुनाहों की मगफिरत करने, मस्जिद की शहादत के ज़िम्मेदारों को सज़ा देने, हमारे मुल्क मे दहशतगर्दों का खात्मा करने, नमाज़ की पाबंदी करने, हमारे मुल्क, सूबे व शहर मे खुशहाली देने, फिरकापरस्त ताकतों को नेस्तनाबूद करने, भाईचारा को मज़बूत करने, नफरत का ज़हर घोलने वालो पर कुदरती कहर नाज़िल करने, हमारी खानकाहों मस्जिदो व मदारिसों की हिफाज़त करने की दुआ की।
मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष व खानकाहे हुसैनी के साहिबे सज्जादा इखलाक अहमद डेविड चिशती हुसैनी ने दुआ मे ऐ अल्लाह हुज़ूर सरकार हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैवसल्लम, मौला अली, हसन हुसैन, हिन्दुस्तान के सुल्तान ख्वाजा गरीब नवाज़ के सदके मे शहर मे अमन व आमान कायम रहने, हमारे शहर मे आपसी भाईचारा कायम रहने, अमन के दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने, बुराईयों से बचने, नफरत व दहशतगर्दों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने, वहशी हरकत के गुनाहगारों पर कुदरती कहर नाज़िल करने, मजबूर बेसहारों लाचारों पर ज़ुल्म करने वालों को तबाह करने की दुआ की दुआ मे मौजूद लोगों ने आमीन आमीन आमीन कहा।
दुआ के बाद कानपुर नगर की आवाम से अमन के दुश्मनों से होशियार रहने, अफवाहों से दूर रहने, जिला प्रशासन का सहयोग करने, सोशल मीडिया मे किसी भी तरह के भड़काऊ मैसेज, वीडियो को लाईक व शेयर करने से बचने व अफवाह फैलाने वाले की सूचना अपने क्षेत्र से सम्बंधित थाना को देने की अपील की गयी।
यौम ए दुआ मे काजी ए शहर हज़रत मौलाना कमर शाहजहाँपुरी, इखलाक अहमद डेविड चिश्ती हुसैनी, हाफिज़ मोहम्मद मुशीर, हाफिज़ मोहम्मद आमिर, हाफिज़ मोहम्मद कफील हुसैन, हाफिज़ मोहम्मद शकील, हाफिज़ फैसल ज़ाफरी, हाफिज़ गुलाम वारिस, मौलाना तहसीन रज़ा, हाफिज़ मोहम्मद ज़ैद, हाफिज़ मोहम्मद आफताब, हाफिज़ माज़ सलामी, मोहम्मद शारिक वारसी, मौलाना मोहम्मद मुर्तजा शरीफी, सैय्यद अरशद, मोहम्मद माबूद, खान, हाफिज़ मोहम्मद अलतैफ, कामरान अहमद, तौफीक रेनू, इस्लाम खान चिश्ती, बब्लू खान, हाफिज़ मोहम्मद कफील अज़हरी, इरफान अशरफी, मोहम्मद अहमद बरकाती, शहनवाज़ कादरी, इरफान बरकाती आदि थे।
अल्लाह से जुल्म करने व नफरत/दहशत फैलाने वालों को तबाह करने की दुआ हुई