व्यापारियों का कैब के विरुद्ध सत्याग्रह


हफ़ीज़ अहमद खान



कानपुर । नागरिक संशोधन बिल(कैब)को संविधान की मूल धारणा की हत्या करने वाला कानून बताते हुए आज उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल से जुड़े व्यापारियों ने बाबा साहब की प्रतिमा के नीच हाथों में कैंडिल लेकर सत्याग्रह किया।संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी गई।


नानाराव पार्क में जुटे हर वर्ग के व्यापारियों ने हाथों में कैंडिल व तख्तियां पकड़ी हुई थीं जिनमें लिखा था हिंदुस्तान ज़िंदाबाद,संविधान ज़िंदाबाद, कौमी एकता ज़िंदाबाद,भारत माता की जय।सभी मौजूद व्यापारी शांतिपूर्ण तरीके से बाबासाहब की प्रतिमा के नीचे बैठ गए और सरकार से अपील करी की गांधी,भगत सिंह,बोस,बाबासाहेब व लोहिया के सपनों के भारत की हत्या न करें।


उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की व्यापारी या दुकानदार का कोई धर्म नहीं होता न ही वह किसी से भेदभाव करता है।उसके लिए तो सब सामान हैं।नागरिक संशोधन बिल से देश के मुस्लिम समाज के व्यापारी आहत हैं।और इस नाइंसाफी को देखकर देश के अन्य वर्ग से जुड़े लोग भी बेहद आहत हैं।ये सत्य नहीं हैं।संविधान का सत्य तो धर्मनिरपेक्षता है इसलिए हमसब शांतिपूर्ण तरीके से सत्याग्रह कर रहे हैं।कैब संविधान की धारा 14,15,21 व 25 के विरुद्ध है।संविधान की प्रस्तावना को ही गलत सांबित कर रहा है।


नगर अध्यक्ष जितेन्द्र जायसवाल ने कहा की कैब के वर्तमान स्वरूप से समाज में देश तोड़ने का संदेश जा रहा है।हिंसा और नफरत बढ़ रही है।इससे किसी का फाएदा नहीं होता बल्कि सबका नुकसान होता है।जब दंगे या हिंसा भड़केगी तो व्यापारी,किसान,छात्र और मज़दूर हो सबसे ज़्यादा प्रभावित होंगे।सबका विकास केवल सामान शांति वाले माहौल में ही सम्भव है।बाबासाहेब ने संविधान बनाकर सबको समानता का अधिकार दिया है इसलिए आज उनके चरणों में ही बैठ कर हमसब सत्याग्रह कर रहे हैं।व्यापारी धर्म जात का भेदभाव नहीं देखता और टैक्स लेते वक्त सरकार भी।तो फिर भेदभाव वाला माहौल क्यों दिया जा रहा है।हमसे जुड़ा मुस्लिम समाज का व्यापारी आहत है तो ऐसे मौके पर हम खमोश नहीं रह सकते और शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं।


प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता व नगर अध्यक्ष जितेन्द्र जायसवाल के अलावा नगर महामंत्री फैज़ महमूद, फ़ज़ल महमूद, महिला प्रदेश अध्यक्ष नीलम रोमिला सिंह,प्रदेश उपाध्यक्ष संजय बिसवारी,जीतू केसरवानी,शब्बीर अंसारी,मो शादाब, मनोज चौरसिया,शेषनाथ यादव, रामगोपाल यादव, मोहम्मद शारिक, गौरव बकसारिया,माज़ अली, मुस्तफा फारूकी ,मोनू यादव ,राजेन्द्र कनोजिया, अजय शुक्ला, महेश सिंह, अमित तिवारी, करण साहनी,राहुल भारती,परवेज़ मंसूरी, अनूप चौधरी,सौरभ कौशल, अंकित जैसवाल ,सागर जायसवाल आदि सैकड़ों व्यापारी साथी मौजूद थे।