अधिवक्ताओं ने भी सीएए/एनआरसी के खिलाफ हस्ताक्षर कर विरोध दर्ज किया


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कानपुर 13 जनवरी सीएए/एनआरसी के विरोध में मोहम्मदी यूथ ग्रुप के हस्ताक्षर अभियान के नवें चरण मे अधिवक्ताओं ने मुल्क के संविधान व देश मे कायम मज़हबों की एकता को बचाने के लिए महामहिम राष्ट्रपति जी को हस्ताक्षरों के द्वारा इस काले कानून सीएए को वापस करने व एनआरसी लागू न करने को लेकर मोहम्मदी यूथ ग्रुप के हस्ताक्षर अभियान मुहिम से जुड़कर अपना विरोध दर्ज कराया।
मोहम्मदी यूथ ग्रुप के पदाधिकारी कचेहरी पहुंचे जहां अधिवक्ताओं के चेम्बरों मे जाकर हस्ताक्षर अभियान के सिलसिले मे अवगत कराया जिस पर अधिवक्ताओं ने भी हस्ताक्षर अभियान से जुड़कर उसका समर्थन किया व अपने हस्ताक्षर कर सीएए को वापस करने और एनसीआर को लागू न करने का महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी से मांग की। 
 
अधिवक्ताओं ने भी कहा कि दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र मे देश मे यह अलोकतांत्रिक कानून नागरिकों को मंज़ूर नही यह देश के संविधान के रचनाकार के साथ देश के नागरिकों का भी अपमान है, कानून विभाजनकारी और असंवैधानिक है।


मोहम्मदी यूथ ग्रुप के नवें हस्ताक्षर अभियान मे अधिवक्ताओं ने 667 हस्ताक्षर हुए। हस्ताक्षर अभियान में मुख्य रुप से इखलाक अहमद डेविड, मोहम्मद मुबश्शीर, तौहीद सिद्दीकी, नियाज़ सिद्दीकी, कय्यूम अंसारी, शमशुल इस्लाम,  वारिस इरफान, नूर आलम, ज़फर उल्लाह खान, सैफ मोहम्मदी खान, मोहम्मद यासिर, इमरान ज़रदारी, अनीस शाह, आसिफ इकबाल, अलोक मिश्रा, पुनीत राजशर्मा, संतोष धीवान, इमरान खान, महेंद्र सिंह, गोविंद भारती, विवेक सिंह संतोष यादव, निरंजन भारती आदि लोग मौजूद थे।