बहीखाता एवं लेखाशास्त्र में संतुलित उत्तर सही परिभाषा लिखकर पाए अच्छे अंक - सुरेंद्र मोहन श्रीवास्तव       

   



कानपुर । इंटरमीडिएट बहीखाता एवं लेखाशास्त्र का पेपर हल करते समय बहुत सावधानी की आवश्यकता है।  इस संबंध में पी पी एन इंटर कॉलेज के कॉमर्स अध्यापक सुरेंद्र मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि बहीखाता एवं लेखाशास्त्र कॉमर्स का सबसे मुख्य विषय है,इसलिए अकाउंट के बेसिक कॉन्सेप्ट क्लियर होना बहुत आवश्यक है।परीक्षा में बैलेंस शीट, ट्रायल बैलेंस और लेजर फॉर्मेट के अच्छे अंक होते हैं, इसलिए अपने उत्तर में सही फॉर्मेट बनाएं जिससे आपको अच्छे अंक प्राप्त होंगे। जनरल एंट्री के बारे में आपको काफी अच्छी समझ होनी चाहिए दोनों भागों में ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रश्नों को काफी सोच समझकर उत्तर लिखें, उसमें अंदाज न लगाएं, सही उत्तर पूर्ण अंक देगा और गलत उत्तर शून्य अंक देगा। इसलिए वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को ध्यान से हल करें।सभी अध्याय को एक बार विस्तृत रूप से पढ़ें,वस्तुनिष्ठ प्रश्न को ध्यान से हल करें। दीर्घ उत्तरीय प्रश्न को अवश्य तैयार करें। उन्हीं प्रश्नों में लघु उत्तरीय प्रश्न भी हल किए जा सकते हैं। किस प्रकार संतुलित उत्तर सही परिभाषा लिखकर मेरिट में भी स्थान प्राप्त किया जा सकता है।दीर्घ उत्तरीय क्रियात्मक प्रश्न है, उनको हल करने में बहुत सावधानी की आवश्यकता है उसमें ओवरराइटिंग न करें। जिसका कैलकुलेशन है, उनको रफ पन्ने पर करें और सवाल हल करते समय अंक के नीचे अंक लिखें, उससे जोड़ मे कभी गलती नहीं होती है।मुख्य रूप से इन अध्यायों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। नए साझेदार का प्रवेश, साझेदार का अवकाश ग्रहण व मृत्यु, फर्म का समापन या विघटन, अंशो से आशय एवं प्रकार, ऋण पत्र आशय ,निर्गमन व शोधन संबंधी लेखे व खाते,कंपनी के अंतिम खाते कंपनी अधिनियम 2013 के  अनुसार,विनियोग खाते  विभिन्न विधियां,गैर व्यापारिक संस्थाओं के खाते,  अनुपात विश्लेषण का सामान्य अध्ययन, लागत लेखांकन का सामान्य परिचय। एक बार संपूर्ण पाठ की समरी अवश्य बना लें, बोर्ड के कम से कम 5 वर्षों के पेपर को अवश्य हल करके अभ्यास कर ले।जो प्रश्न कठिन लग रहा हो उस पर समय बर्बाद न करें,आते हुए प्रश्नों को हल करते जाएं। जहां तक संभव हो प्रश्नों को क्रमानुसार हल करके  उत्तर दें। अकाउंटेंसी का पेपर 100 अंक का होगा, जिसमें 3 घंटा 15 मिनट समय निर्धारित है, 15 मिनट पेपर पढ़ने के हैं। बहीखाता और लेखा शास्त्र में बहुविकल्पी प्रश्नों की संख्या 10 प्रत्येक 1 अंक, अति लघु उत्तरीय10  प्रश्न प्रत्येक 2 अंक, लघु उत्तरी 6 प्रश्न प्रत्येक 5 अंक, तथा दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 4 प्रत्येक 10 अंक के  होंगे।