जमीअत उलमा ने हैलट में घायल प्रदर्शन कारियों से की मुलाक़ात 


कानपुर । जमीअत उलमा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक उसामा कासमी क़ाज़ी ए शहर कानपुर के निर्देश पर नगर जमीअत के उपाध्यक्ष मौलाना नूरुद्दीन अहमद का़समी के नेतृत्व में मौलाना मुहम्मद अकरम जामई , मौलाना मुहम्मद शफी मजाहिरी, मुफ्ती असदुद्दीन का़समी, मुफ्ती सैयद मुहम्मद उस्मान कासमी, मौलाना मुहम्मद हारून पर आधारित 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने हैलट अस्पताल जाकर बाबू पुरवा में प्रदर्शन के दौरान होने वाले घायलों से मुलाकात की । मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने सभी घायलों और उनके परिजनों से उनकी खै़रियत मालूम की, उन्हें दवाई और जरूरी खर्च के लिए नक़दी के साथ-साथ दूध, ब्रेड और फल आदि उनकी खिदमत में पेश किया। घायलों से मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि जमीअत उलमा शहर कानपुर पहले दिन से ही बाबू पुरवा में प्रदर्शनों के दौरान होने वाले घायलों की खिदमत और अयादत कर रही है। जो निर्दोष जेलों में बंद कर दिए गए हैं , उनकी रिहाई के लिए दिन-रात संघर्ष कर रही है। मरीजों की अयादत नबी ए रहमत हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहो वसल्लम की सुन्नत है ।


आज हमने पदाधिकारियों के साथ प्रतिनिधिमंडल के रूप में घायलों से मुलाकात की है । हम सभी मरीजों के लिए शिफा और जल्द सेहतमंद होने की दुआ करते हैं । प्रतिनिधिमंडल ने पत्रकारों को बताया कि इस वक्त हैलट इमरजेंसी में दो और जनरल वार्ड में दो कुल 4 जख्मी जेरे इलाज हैं। इससे पहले चार का इलाज मुकम्मल होने पर उन्हें छुट्टी दी जा चुकी है। प्रतिनिधिमंडल ने बाबू पुरवा के घायलों के साथ ही मानवता के आधार पर अस्पताल में मौजूद अन्य मरीजों से भी मुलाकात की, जिसमें एक साधु जी से भी मुलाकात हुई। मुलाकात के दौरान साधु ने अपनी बीमारी के बावजूद प्रतिनिधि मंडल के सभी लोगों से खुशी के साथ मुलाकात की और जमीअत के सदस्यों के इस क़दम की खूब तारीफ करते हुए कहा कि सदियों से देश में इसी तरह हम साथ रहते हुए एक दूसरे की तकलीफ में काम आते रहे हैं , यही हमारे देश की सबसे बड़ी खूबसूरती और यहां की संस्कृति रही है। प्रतिनिधिमंडल के लोगों ने उनसे कहा कि नफरत ने हमेशा सर उठाने की कोशिश की है लेकिन देश के आवाम ने हमेशा नफरत का जवाब मुहब्बत से दिया है, हम भी ऐसा ही करेंगे और अपने ही मुल्क के रहने वालों के दरमियान नफरत की आंच नहीं आने देंगे।