कानपुर में भी दीपिका का विरोध,नमो सेना ने पुतला फूंका

पूरे देश में चल रहे दीपिका पादुकोण का विरोध प्रदर्शन


छपाक फ़िल्म का भी विरोध किया जाएगा - नमो सेना


नमो सेना अब हिंदुत्व का अपमान नही सहेगा


कानपुर ।  जेएनयू में छात्रों पर हुए हमले के बाद जेएनयू के आंदोलित छात्रों से भेंट करने के बाद फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण सभी हिंदूवादी संगठनों के निशाने पर आ गई है । पूरे देश में चल रहे दीपिका पादुकोण का विरोध प्रदर्शनों की आग आज कानपुर में भी पहुची । शहर में भी दीपिका पादुकोण का पुतला फूंका गया । नमो सेना के कार्यकर्ताओं ने हिंदुत्व का अपमान नही सहेगा हिंदुस्तान ,दीपिका पादुकोण शर्म करो,दीपिका पादुकोण हाय, हाय ,नमो सेना ज़िंदाबाद जैसे नारेबाजी के बीच दीपिका पादुकोण के पुतले को आग के हवाले किया । शिक्षक पार्क में नमो सेना कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और नारेबाजी करते हुए नवीन मार्केट चौराहे पहुंचे  , जहां पर दीपिका पादुकोण के पुतले फूंका गया ।  कार्यकर्ताओं का कहना था कि अभिनेत्री दीपिका पादुकोण जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी के बीच छात्रों से मुलाकात की थी जो देश हित में नहीं है ।  इसके लिए देश का युवा समाज दीपिका पादुकोण को कभी माफ नहीं करेगा । दावा किया गया कि उनकी आने वाली छपाक फ़िल्म का भी विरोध किया जाएगा ।


"दीपिका पादुकोण ने फ़िल्म 'छपाक' के रिलीज़ के समय घटिया मानसिकता का परिचय दिया है । जेएनयू के छात्र राष्ट्र विरोधी कन्हैया कुमार जिस ने बयान दिया था कि भारत तेरे टुकड़े हों गए इंशाअल्ला । वो आज़ादी की मांग कर रहे है ,आज़ादी के नारे लगा रहे हैं किस बात की आज़ादी चाहते हैं । उस आज़ादी का मौन समर्थन दीपिका पादुकोण ने कर किया है । वो देश विरोधी ताकतों को मजबूत कर रही हैं । फ़िल्म 'छपाक' में हिंदुत्व का भी अपमान हुआ है । लक्ष्मी अग्रवाल नामक एसिड पीड़ित महिला की कहानी है । जिस में एसिड फेंकने वाला दिल्ली का नदीम खान नाम का व्यक्ति था लेकिन फ़िल्म में उस को राजेश नाम से दिखाया गया है । ये देश और नमो सेना अब हिंदुत्व का अपमान नही सहेगा न राष्ट्र विरोधी ताकतों को सहेगा ।भारत माता के लिये नमो सेना इसी तरह कार्य करता रहेगा"


                  प्रमोद पांडे ( कार्यक्रम संयोजक )