मदरसो मे तिरंगे को सलामी देकर मनाया गया गणतंत्र दिवस 



कानपुर । गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर 35 वर्षीय रिवायत के मुताबिक़ इस साल भी मदरसा  जामिया अशरफुल मदारिस गद्दियाना के मैदान पर झंडा आरोहन का कार्यकर्म हुआ जिस में कैन्ट विधायक सुहैल अन्सारी साहब ने झंडा फहराया झंडा लहराते ही पूरा मैदान तालियों से गूँज उठा। कार्यक्रम की शुरआत हाफिज मो अज़ीम ने  कुरान पाक की तिलावत से किया मदरसे के छात्रों ने वतन के शहीदों को श्रधान्जली अर्पित की तथा उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआएं की ।और इसी तरह अशरफुल बनात निसवां के खदीजतुल कुबरा हाल में मोहतरमा उज़मा सोलंकी ने रस्म-ए-परचम कुशाई अदा की जिस से पूरा माहौल खुशगवार हो गया | इस अवसर पर हज़रत मौलाना मो.हाशिम अशरफी इमाम ईदगाह गदियाना ने कहा कि हिंदुस्तान  15 अगस्त1947 में आज़ाद ज़रूर हुआ था मगर हम कानूनी तौर पर अंग्रेजों के गुलाम बने हुए थे तो अब ज़रूरी था कि ऐसा कानून बनाया जाए जो हम को पूरे तौर से अंग्रेजों की गुलामी से आज़ाद करा दे इस लिए हिंदुस्तान के बुद्धिमान पुरुषों ने अपना कानून बनाया जिस से हिन्दुस्तान को पूरी आज़ादी हासिल हुई श्री अशरफी ने और कहा कि हमारा मिशन सिर्फ एक है कि हिन्दुस्तान में अमनो शान्ति के साथ मुल्क को ज़ालिम ताक़तों और दहशत गर्दों से छुटकारा मिले ताकि हिंदुस्तान का सम्मान सदा बाकी रहे और मुल्क से दहशतगर्दी का नाश हो और मुल्क में अमन शांति हो। जो भी दहशतगर्द इस मुल्क के माहोल को ख़राब करने की कोशिश करेगा उसे हम कामयाब नही होने देंगे आखिर में उन्होंने कहा कि मुल्क की तरक्की बाबा साहब के बनाये हुए संविधान पर अमल करने में है आज पूरे भारत में सीएए को लेकर जो बे चैनी और अफरा तफरी का जो माहौल बना हुआ है इस लिए कि वह संविधान आर्टिकल 14 के खिलाफ़ है देश की तरक्की बाबा साहब की सोच से है गोडसे की सोच मुल्क को बर्बाद कर देगी  विधायक सुहैल अंसारी ने गणतंत्र दिवस की शुभ कामना देते हुए  कहा हमारा मुल्क एक सेकुलर देश है यहाँ कई धर्म और ज़बानों के लोग रहते हैं यहाँ का कानून और अदालत भी सेकुलर है लिहाज़ा हम सब को एक दुसरे की सोच का एहतराम करना चाहिए।उज़मा सोलंकी ने कहा बड़े अफ़सोस की बात है मुल्क में कानून होने के बावजूद मुल्क में कहीं न कहीं बेटियों का बलात्कार होता है गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर मुल्क की अवाम से अपील है कि हर हिन्दुस्तानी आज के दिन पक्का वादा करे कि वह मुल्क के कानून का सम्मान करते हुए मुल्क की बहु बेटियों की इज्ज़त की हिफाज़त करेगा।आखिर में मुल्क की शान्ति के लिए दुआएं की गयीं सदर रफ़ीक अहमद मुंशी ने हार फुल से मेहमान का इस्तकबाल किया  इस अवसर पर हाजी इहसान खान शफीक लाल मोहम्मद असलम चिस्ती जावेद टीटू  अकील हसन (बव्वन),शमशाद गाजी,सुब्बा अली,हाफिज मिन्हाज कादरी हाजी रसूल बख्श,हाजी हैदर मोहम्मद हनीफ इश्तियाक ताजुद्दीन हाश्मतुल्लाह आदि मौजूद रहे।