मस्जिद ग्वालटोली मकबरा में शोक सभा का हुआ आयोजन

 



सिद्दार्थ ओमर
कानपुर । शहर में शुक्रवार को शिया मस्जिद ग्वालटोली मकबरा में एक शोक सभा का आयोजन जुमे की नमाज के बाद किया गया ।
शोक सभा को संबोधित करते हुए मौलाना अली अब्बास खा नजफी (सिया शहर काजी) ने कहा कि आतंकवाद को इराक और सीरिया जैसे देशों से मिटाने वाले जनरल कासिम सुलेमानी को अमेरिका ने हमला करके शहीद कर दिया । ये आतंकवाद पर अमेरिका जैसे देशों की दोहरी पॉलिसी है । एक तरफ वो आतंकवाद के खात्मे की बात करते हैं और दूसरी तरफ आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं ।


शोक सभा को संबोधित करते हुए मौलाना हामिद हुसैन ने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि जनरल कासिम सुलेमानी ने इराक व सीरिया में खूंखार आतंकवादी संगठन (आईएसआईएस) को तबाह और बर्बाद कर दिया और वह भी अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन से लड़ रहे थे । उन पर अटैक करना और उन्हें शहीद करना यह बताता है कि अमेरिका सिर्फ दिखावा करने की हद तक ही आतंकवाद के खिलाफ है वरना हकीकत तो यह है कि अमेरिका तो दुनिया भर में आतंकवाद को समर्थन करता है और आतंकवाद को बढ़ावा देता है ।
मौलाना अलमदार हुसैन ने कहा कि जनरल कासिम सुलेमानी इराक की अलकुदस ब्रिगेड के कमांडर इन चीफ ईरान में और पूरी दुनिया में उनके चाहने वाले करोड़ों मौजूद है । उन्होंने कहा कि भारत का हमेशा जनरल कासिम सुलेमानी ने समर्थन किया । कुलभूषण यादव के मामले में भी उन्होंने भारत का समर्थन किया था । मौजूद लोगों ने अमेरिका मुर्दाबाद और ट्रंप मुर्दाबाद के नारे लगाए । जलसे का संचालन हाजी मुनसिफ अली रिजवी ने किया ।
 शोक सभा में शहर भर की मस्जिद के पेश इमाम मौलाना जावेद अली , मौलाना मोहम्मद हुसैन , मौलाना हामिद हुसैन , मौलाना नसीम अब्बास , मौलाना नवाजिश रजा , मौलाना फिरोज , मौलाना इंतेखाब आलम काजमी , मौलाना सईद अब्बास खां , मौलाना नसीम अब्बास , मौलाना मोहम्मद जीशान , मौलाना अलमदार हुसैन के अलावा डॉo जुल्फिकार अली रिजवी , एहसान हुसैन अनवर अहमद सज्जादी , मौलाना मोहम्मद हुसैन , अलामत हुसैनी , इरशाद हुसैन , आले हसन ,डॉ अब्बास (साइंटिस्ट) , शमीम हैदर सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे ।