सरकार की बिना अनुमति सुन्नी,शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष कोई निर्णय नहीं ले सकेंगे!

 



  • बोर्ड अध्यक्ष मनमाने तरीके से अपने फायदे के लिए फैसले ले रहे हैं - मोहसिन रजा

  • 31 मार्च 2020 को दोनों बोर्डों का कार्यकाल समाप्त हो रहा

  • नए वक्फ बोर्ड मैं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भी जगह मिलेगी

  • मोहसिन रजा ने भाजपा संगठन मंत्री सुनील बंसल प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात कर मशवरा किया


लखनऊ । अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने मार्च के बाद सुन्नी और शिया वक्फ बोर्डों मे दोबारा गठन में बड़ा बदलाव होने के संकेत दिए हैं । उन्होंने कहा है कि दोनों बोर्ड बगैर नियमावली के चल रहे हैं । बोर्ड अध्यक्ष मनमाने तरीके से अपने फायदे के लिए फैसले ले रहे हैं । मोहसिन रजा ने कहा कि 31 मार्च 2020 को दोनों बोर्डों का कार्यकाल समाप्त हो रहा । मार्च के बाद अध्यक्षों और सदस्यों की चुनाव प्रक्रिया शुरू होनी है । नए वक्फ बोर्ड मैं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भी जगह मिलेगी उन्होंने कहा कि हमारा इरादा पारदर्शी बोर्ड बनाने की है ताकि समस्याएं लेकर बोर्ड में आने वाले फरियादियों को इंसाफ मिल सके । मार्च महीने  के बाद गठित होने वाली सुन्नी,शिया वक्फ बोर्ड नई नियमावली के अनुसार कार्य करेंगे  । ऐसी नियमावली तैयार होगी जिसमें बोर्ड के निर्णय लेने का अधिकार सरकार के पास होगा । सरकार की बिना अनुमति सुन्नी,शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष कोई निर्णय नहीं ले सकेंगे । अभी बोर्ड अध्यक्षों के हाथों में पूरा पावर रहता है इस संबंध में बृहस्पतिवार को अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने भाजपा संगठन मंत्री सुनील बंसल प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात कर मशवरा किया ।