डीएम ने केडीए के निर्माणाधीन कार्यो का निरीक्षण किया

 



 कानपुर नगर। जिलाधिकारी/केडीए उपाध्यक्ष  डॉ0 ब्रह्म देव राम तिवारी ने केडीए के निर्माणाधीन कार्यो का निरीक्षण किया। केडीए  उपाध्यक्ष सबसे पहले सिग्नेचर सिटी के बगल में  बन रहे  बस अड्डे का निरीक्षण करते हुए  उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि भिवष्य में यातायात व्यवस्था के दृष्टिगत  बस अड्डे के  बाहर सड़क साईड से आने जाने  वाले यातायात  के मद्देनजर व्यवस्था कराई जाए, क्योंकि बसों तथा अन्य वाहनों के आवा गमन से यातायात बाधित न हो तथा   आने  वाली सवारियों की वाहन  पार्किंग , ऑटो  आदि के हिसाब से यहां की रोड साइड डिजाइन  के लिए लोक निर्माण विभाग , रोडवेज तथा एसपी ट्रैफिक सर्वे कर बस अड्डे के इंट्री तथा एक्जिट प्वाइंट  की डिजाइनिंग देख ले साथ ही बसों की पार्किंग व यात्रियों के बैठने की भी समुचित व्यवस्था हो इस बात का भी ध्यान रहे। सम्पूर्ण क्षेत्र में पाकड़ , पीपल , बरगद आदि छायादार  वृक्ष लगाये जाएं ताकि गर्मी के मौसम में यात्रियों को सुविधा मिले।


तत्पश्चात जिलाधिकारी ने इंदिरा नगर स्थित वाटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क का निरीक्षण किया। जहां पर जल संचयन करने के संपूर्ण साधनों के विभिन्न डेमो तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से यहां पर आने वाले लोगों को रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के विषय में जानकारी मिल सकेगी कि वह जल संचयन कैसे करें?। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि भविष्य में जल संकट के दृष्टिगत लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से यह जल संचयन प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। जिससे यहां आने वाले लोगों को यह पूर्ण जानकारी हो सके कि वह किन किन साधनों के माध्यम से? कैसे जल संचयन  कर सकते हैं। यहां पर जल संचयन के लिए  विभिन्न डैमो  प्लांट बनाये गए हैं जिसको अपना कर लोग शहरी  क्षेत्रों में अपने घरों पार्को तथा खाली पड़ी भूमि पर जल संचयन प्लांट कैसे लगा सकते है के विषय मे पार्क में घूम कर जल संचयन के विषय मे जानकारी कर सकते है ।उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि पार्क में बच्चों को आकर्षित करने के लिए वाल पेंटिंग की जाये तथा  यहां पर आने वाले बच्चों के लिए  चाइल्ड जोन बनवाया  जाये जिसमें विभिन्न प्रकार  के झूले लगवाए जाएं। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि वर्षा का जल संचयन के लिए  जागरूकता लाने के उद्देश्य से इस पार्क का निर्माण किया गया है  लोगो को  यहां आकर देखना चाहिए कि कैसे  जल संचयन कर सकते है।