पास्टर्स एसोसिएशन ने उत्पीड़न के खिलाफ एडीजी को ज्ञापन सौंपा





कानपुर । ईसाई समाज के चर्चों प्रार्थना स्थलों पर हमले कर जबरन प्रार्थना सभाओं को बंद कराने व पादरियों के उत्पीड़न के विरोध में महासचिव जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया । ज्ञापन के दौरान कहां की लगभग 3 वर्षों से शहर में अलग-अलग जगहों पर ईसाई समाज के चर्चों व प्रार्थना स्थलों पर रंग डलवा विश्व हिंदू परिषद के नेताओं के द्वारा लगातार हमले कर धर्मांतरण रोक लगा कर प्रार्थना करने से रोका जा रहा है व हमारी प्रार्थना स्थलों को बंद कराया जा रहा है दिसंबर 2019 में लाल बंगले क्षेत्र के पादरी अब्राहम से अभद्रता की गई उन्हें प्रार्थना करने से रोका गया और थाने में बंद किया गया के बाद पादरी राजू प्रसाद को प्रार्थना करने के कारण मारपीट की गई हाल में ही 9 फरवरी रविवार को लाल बंगले के पादरी संजय राज को जब वह अपने घर में प्रार्थना कर रहे थे तो बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद के नेता कौशलेंद्र तिवारी और उनके साथ 15 से 20 लोग लाठी-डंडे के साथ जबरन पादरी के घर में घुसकर मारपीट करते हुए प्रार्थना में आए महिलाओं व बच्चों को धमकाने व अपने साथ लाई हुई हिंदू धर्म  की मूर्तियों को लगाकर वहां फेंक कर फोटो खींच कर अन्य धर्म का अपमान व धर्मांतरण का झूठा आरोप लगाते हुए पादरी के पास बुक एटीएम कार्ड व कार की चाबी छीनकर पादरी,उनकी पत्नी एवं अन्य सदस्यों को जिसमें महिलाएं भी थी चकेरी थाने ले  जा कर धन उगाही की धमकियां दी इसके बाद चकेरी थाने में पुलिस के द्वारा पादरी उनकी पत्नी व अन्य संस्थाओं को रात में 1:00 बजे तक थाने में बैठा रखा गया । मुचलके पर रिहा किया गया भारतीय संविधान सभी धर्मों को पूरा आजादी देता है कि अपनी मान्यताओं के साथ अपने धर्म की पूजा आराधना व उपासना कर सकें लेकिन बजरंग दल एवं विश्व हिंदू परिषद के लोग ईसाई समाज के लोगों को भयभीत रहे हैं जिससे कानपुर के वातावरण को दूषित हो रहा है  ऐसी स्थिति में शहर का माहौल खराब ना हो ऐसे लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।


ज्ञापन के दौरान जितेंद्र सिंह, संजय अल्विन, अजय दयाल राकेश मेसी, अनिल कुमार पादरी जॉनसन डीएस आदि लोग रहे।