साहब गढ्ढे,कूड़े व जानवरों से मुक्ति दिलवाओ 

कानपुर । गढ्ढों,कूड़े के ढेर व आवारा जानवरों से परेशान उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल से जुड़े व्यापारी मंडलायुक्त सुधीर बोबडे से मिले और ज्ञापन देते हुए बोले कि साहब कानपुर को गढ्ढेदार सड़कों,कूड़े के ढेर व आवारा जानवरों से मुक्ति दिलाइये क्योंकि कानपुर नरक बन चुका है । प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता के नेतृत्व में व्यापारियों ने मंडलायुक्त से हाथ जोड़ते हुए कहा कि साहब अगर यही हाल रहा तो व्यापार,दुकान,उद्योग बन्द करके कानपुर छोड़ना पड़ेगा। अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि ऐसा लगता है कि कानपुर में प्रशासन है ही नहीं। जगह जगह गढ्ढे,कूड़े के ढेर व आवारा जानवरों की वजह से व्यापार करना व दुकान चलाना नामुमकिन हो रहै। बच्चों को स्कूल भेजने में डर लगता है कि कहीं वे गढ्ढेदार सड़क की वजह से दुर्घटना का शिकार ने हो जाएं,या कूड़े के ढेर की वजह से कोई बीमारी न हो जाए या आवारा जानवर हमला न कर दें। बाजार में ग्राहक नहीं आते।कूड़े घर की बदबू तो जीना हराम किये है।रोज़ लगभग 200 टन कूड़ा उठने से रह जाता है। गढ्ढेदार सड़कों ने तो सबसे ज़्यादा तकलीफ दे रखी है। कभी चोट लगती है कभी गाड़ी टूट जाती है।कभी शाकर टूटते हैं कभी टायर फटते हैं। कानपुर में लगभग हर 1 किलोमीटर पे सड़कों पे गढ्ढे हैं गढ्ढे खूनी व जानलेवा हैं ट्रांसपोर्ट नगर, कैंट,मेथोडिस्ट स्कूल,रंजीत नगर,मसवानपुर,जाजमऊ के गढ्ढों ने तो जीना दुर्भर कर रखा है। आवारा जानवर लोगों पे हमला करते हैं और अक्सर जान बचाने की नौबत आती है। नगर निगम और कैंट बोर्ड इन मुद्दों पर संवेदनहीन हो चुके हैं। कोई सुध लेने वाला नहीं है यही हाल रहा तो जीएसटी नंबर सरेंडर करके भागना पड़ेगा। हर बाजार का यही रोना है। कानपुर सबसे ज़्यादा टैक्स देता है और प्रदेश की औद्योगिक राजधानी है पर कानपुर में ही सबसे ज़्यादा गढ्ढे,कूड़े के ढेर व आवारा जानवर हैं।कानपुर से ऐसी ज्यादती क्यों हो रही है।मंडलायुक्त ने कहा की वे जल्द समस्याओं का निस्तारण करवाएंगे।प्रदेश अध्यक्ष  अभिमन्यु गुप्ता, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय बिस्वारी, कानपुर नगर अध्यक्ष जितेंद्र जायसवाल,गौरव बकसारिया, अंकुर गुप्ता, करन साहनी,अभिलाष द्विवेदी,पारस गुप्ता,हरिओम शर्मा, मुकेश कनौजिया आदि लोग रहे।