नदीम सिद्दीकी/शाह मोहम्मद
कानपुर/कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर रोक लगाने के लिये शासन प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है परंतु आम जनता बिना किसी भय के निसंकोच होकर लापरवाही बरतने पर आमादा है कोरोना वायरस के संक्रमण की भयानकता को देखते हुए लोगो से आग्रह किया जा रहा है कि वो सोशल डिस्टेंस का पालन करे जिससे एक दूसरे मे संक्रमण न फैल सके परन्तु लोग इसका पालन करने के लिए कतई गम्भीर नही दिख रहे है जिसका नजारा खरीदारी के लिए खोली गई दुकानों पर देखने को मिला।
जिले की कई राशन की दुकानों पर अताताइयों की तरह भीड़ टूटती हुई दिखाई दी लोगो को इस बात का भी भय नही कि वो जिसके बगल में खड़े होकर खरीदारी कर रहे है कही वो कोरोना पॉजिटिव तो नही है जिसके संपर्क में आकर अपनी ज़िन्दगी के साथ परिवार व आस पड़ोस की ज़िन्दगी दांव पर तो नही लगा रहा है दुकानदार भी बिना किसी भय के बड़े आराम से फुटकर व थोक कस्टमरों को सामग्री देने में संकोच नही कर रहे है हालांकि पुलिस को जब सूचना मिली तो मौके पर पहुचकर सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए सबको लाइन में दूरी बनाकर खड़ा करके खरीदारी करवाई दुकानदार को भी फटकार लगाते हुए नियमो का पालन करने के लिए कहा।इसके अलावा सब्जी की दुकानों पर भी अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है कोई भी दूरी बनाता हुआ दिखाई नही दे रहा है प्रशासन कोशिश में लगा हुआ है सोशल डिस्टेंस की कड़ी न टूटे जिसके लिये हर सम्भव प्रयास किये जा रहे है डिस्टेंस बनाये रखने के लिये लगभग एक मीटर गोले के घेरे बनाये गये है जिससे एक दूसरे से डिस्टेंस बना रहे कड़ाई से पालन कराने के लिये दुकानदारों को सख्ती से आदेशित किया गया है गरीबो के लिये भोजन उपलब्ध करा रहे समाजसेवी भी मामले की गम्भीरता को नजरअंदाज कर भीड़ के बीच मे ही भोजन वितरण कर रहे है भूख मिटाने के चक्कर मे जीवन से खिलवाड़ कहा तक सही है
जनता को कोरोना वायरस नामक महामारी के संक्रमण ने बचाने के लिए सम्पूर्ण देश को लॉक डाउन किया गया है लोगो की परेशानियों को देखते हुए दैनिक सामग्रियों की खरीद फरोख्त के लिये शासन ने प्रातः 4 बजे से 11 बजे तक का लॉक डाउन में ढील देने का समय निर्धारित किया है परन्तु लोग समय सीमा समाप्त होने के बाद भी भीड़ लगाए हुए दिखाई दे रहे है पुलिस को आता देख लोग घरो में घुस जाते है थोड़ी देर बाद फिर घरो से निकलकर बाहर दिखाई देने लगते है कही जगहों पर पुलिस नरमी के साथ सख्त तेवर अपनाते हुए भी दिखाई दी। परन्तु उसके बाद भी लोग गम्भीर नही हो रहे है गलियों के अंदर जमघट लगाए हुए साफ देखे जा सकते है कई जगहों पर तो लोग क्रिकेट खेलते हुए भी दिखाई दिये है जिससे साफ पता चलता है प्रशासन को लॉक डाउन का पालन कराने में पसीने छूट रहे है परंतु जनता है कि कोरोना वायरस रूपी महामारी का भय निकाल अपने ही रंग में सराबोर होकर बिना किसी चिंतन के आने वाले खतरे को बढ़ावा देने में लगी है