शराब के ठेके खोलकर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य प्रेमियों को दिखाया ठेंगा.. ज्योति बाबा


                       सिद्दार्थ ओमर


कानपुर  । थर्ड लॉक डाउन में विश्व हास्य दिवस पर विशिष्ट जनता की मांग पर शराब के ठेके खोलकर कोरोना मुक्त जंग को मंद करने हेतु प्रदेश सरकार द्वारा जनता को फूहड़ तोहफा दिया गया ,उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में कोरोना मिटाओ शराब हटाओ अभियान के तहत ऑनलाइन "मीटिंग्स" में अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कहीं । ज्योति बाबा ने आगे कहा कि जहां शराब ,पान मसाला व अन्य नशे पर प्रतिबंध के चलते प्रदेश की आधी आबादी परिवार में आई आंशिक खुशहाली महसूस कर रही थी वही शराब के ठेके खोलने के प्रदेश सरकार के पुनः निर्णय से कोरोना योद्धाओं और स्वास्थ्य प्रेमियों को ठेंगा दिखाया है,क्योंकि कुछ क्षेत्रों में खुली शराब की दुकानें संपूर्ण जगहों पर आम जन को सम्मानित तंत्र के द्वारा आराम से शराब उपलब्ध हो जाएंगी ,जबकि शराब के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के साथ घरेलू हिंसा और बढ़ेगी।जिन लोगों ने लॉक डाउन पीरियड में शराब से तौबा कर ली थी वे पुनः शुरू कर सकते हैं।फेसबुक के सर्वे में "क्या लॉक डाउन पीरियड के बाद शराब के ठेके पुनः चालू किए जाएं" पर 95% महिलाओं ने "नहीं" में जवाब दिया है  सामान्यता फिजिकल डिस्टेंस को हम फॉलो नहीं करा पा रहे हैं ,तो वही ठेकों पर लिमिटेड फोर्स के चलते कैसे कराएंगे। सभी धर्मों के प्रमुखों ने शराब के ठेके पुनः खोलने पर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया है । ऑनलाइन पादरी सत्येंद्र श्रीवास्तव व प्रवीण द्विवेदी ,रूमा , संविधान रक्षक दल के सर्वेसर्वा राजशेखर राजेंद्र ने सभी स्वास्थ्य प्रेमियों व समाजसेवियों से सोशल मीडिया में सरकार के इस निर्णय का घोर विरोध करने की अपील की है।अन्य प्रमुख राकेश चौरसिया, आलोक मेहरोत्रा, सचिन साहू, डॉ अनिल कटियार, विक्रम सिंह पाल, दीपक सोनकर, सोनू गुप्ता, सुरेंद्र गेरा व नीतू सिंह इत्यादि थी।