कानपुर । शहर मे विगत दिनों सी ए ए के प्रदर्शन में हुए बवाल मे निर्दोष फसाए गये वरिष्ठ समाजसेवी हयात ज़फर हाशमी सहित अन्य प्रदेश भर के बेगुनाहों को फर्जी फसाए जाने का मामला मानवाधिकार आयोग की चौखट पर पहुंच गया है। बता दें कि सद्भावना के सिपाही संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विनय पाठक द्वारा आज भारतीय मानवधिकार आयोग को पत्र भेजकर प्रदेश भर में नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर हुई हिंसा में प्रदेश की पुलिस संदिग्ध रही है अपनी कमियों को छुपाने के लिए फर्जी बेगुनाहों को फंसाया जा रहा।
पाठक द्वारा आज मानवधिकार आयोग और अल्पसंख्यक आयोग से उक्त प्रकरणों पर हस्ताक्षेप करने की गुहार लगाई है उन्होने कहा कि प्रदेश भर में पुलिस गुंडई कर रही है और बेगुनाहों को आरोपी बनाया जा रहा है।
मानवधिकार आयोग भेजे गये पत्र में लखनऊ, कानपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, अलीगढ़, सहारनपुर में फर्जी फसाए जा रहे लोगों की जांच और आयोग से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।
पाठक ने कहा कि प्रदेश के बहुचर्चित युवा समाजसेवी और हिन्दू मुस्लिम एकता के प्रचारक, राष्ट्रव्यापी सद्भावना यात्री श्री हयात ज़फर हाशमी को फंसाकर प्रदेश सरकार के इशारों पर पुलिस हर बोलने वाली आवाज़ को बन्द करना चाहती है। आयोग से आग्रह है कि न्यायसंगत कार्यवाही करे।
मानवधिकार आयोग की चौखट पर पहुंचा कानपुर के हयात सहित बेगुनाहों का केस