उत्थान न्यास की बैठक हुई संपन्न  व्यापक संगठन विस्तार पर की गई चर्चा

कानपुर/आज काकादेव स्थित आइडियल इंस्टीट्यूट में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास की प्रांतीय बैठक आयोजित हुई। जिसकी अध्यक्षता दिल्ली प्रधान कार्यालय से पधारे न्यास के पदाधिकारी श्री समीर कौशिक जी ने की। बैठक में न्यास की नीतियों, उद्देश्यों, संगठन विस्तार सहित निकट भविष्य में कानपुर प्रांत में होने वाले न्यास के कार्यक्रमों पर विस्तृत चर्चा हुई।


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री समीर कौशिक ने बताया कि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव श्री अतुल भाई कोठारी जी के नेतृत्व में न्यास संपूर्ण भारत वर्ष में शिक्षा के क्षेत्र सहित लगभग चौदह से भी ज्यादा विषयों पर कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि न्यास का नारा है कि देश को बदलना है तो शिक्षा को बदलो ... आज शिक्षा में महत्वपूर्ण बदलाव आवश्यक है। उन्होंने कहा कि संस्कृत, हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओं के विस्तार एवं विकास हेतु स्वतंत्र नीति बनाई जानी चाहिये। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि शिक्षा में भारतीयता का समावेश होना चाहिये। भारतीय शिक्षा संस्कृति, प्रकृति और प्रगति के अनुरूप होगी तो निश्चित ही भारत विश्व गुरू बनेगा। हिंदी को विश्व भाषा बनाने की आवश्यकता है। संस्कृत ज्ञान विज्ञान की भाषा है इस हेतु संस्कृत के विकास के सम्बंध में सरकार को स्वतंत्र नीति बनाने की दिशा में ध्यान देना चाहिये। बैठक में उपस्थित जनों से श्री समीर जी ने कहा कि हम सभी को दैनिक व्यवहार, व्यवसाय आदि में यथा संभव अपनी भाषा का प्रयोग करने का प्रयास करना चाहिये। इस दौरान कानपुर प्रांत की संयोजक डॉ0 बिंदू सिंह ने कहा कि न्यास के संगठन विस्तार के लिये नई टोलियों का गठन करने के साथ साथ संपूर्ण प्रांत में न्यास की नीतियों और उद्देश्यों को जन जन तक पहुँचाने का काम किया जाएगा।
बैठक में प्रमुख रूप से डॉ0 बिंदू सिंह, आभा द्विवेदी, स्नेह अग्निहोत्री, कविता चतुर्वेदी, रेखा, रश्मि श्रीवास्तव, राकेश भ्रमर, सौरभ त्रिवेदी, आकाश कश्यप, अनुपमा देशवाल, अतुल देशवाल, सोमिल शर्मा, तुषार मिश्रा, अपर्णा शुक्ला, रोहित राधाकृष्ण, सर्वोत्तम तिवारी, संतोष सिंह चौहान, आभा निगम, संजीव शर्मा, पूनम शुक्ला, आलोक द्विवेदी, अशोक कुमार, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।