आज़म महमूद
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कानपुर । देश की जनता सीएए/एनपीआर/एनआरसी का विरोध कर रही है लेकिन मुल्क की मोदी सरकार अपने अहंकार मे किसी की भी बात सुनने को तैयार नही मुल्क की सरकार को जगाने के लिए मोहम्मदी यूथ ग्रुप ने महामहिम राष्ट्रपति जी को नागरिकों के हस्ताक्षरों के द्वारा इस काले कानून सीएए को वापस करने व एनपीआर/एनआरसी लागू न करने को लेकर हस्ताक्षर अभियान कैम्प लगाया।
मोहम्मदी यूथ ग्रुप ने खानकाहे हुसैनी के बाहर पहला कैम्प लगाकर हस्ताक्षर अभियान शुरु किया जिसका आगाज़ काज़ी ए शहर मौलाना कमर शाहजहाँपुरी ने हस्ताक्षर करके किया जिसमें सैकड़ों लोगो ने सीएए/एनपीआर/एनआरसी के खिलाफ हस्ताक्षर कर अपना विरोध जताया। मोहम्मदी यूथ ग्रुप के पहले कैम्प मे 5638 हस्ताक्षर हुए।
मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड ने कहा कि मुल्क के संविधान की मूल भावना के बिल्कुल अलग है धर्म के आधार पर अनुच्छेद 14, 15, 25 और 26 का उल्लंघन कर देश के प्रथम कानून मंत्री बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर ने संविधान की रचना का अपमान के साथ लोकतंत्र की धज्जियाँ उड़ाने वाला है।
मोहम्मदी यूथ ग्रुप के पहले हस्ताक्षर कैम्प में सभी मज़हबों के लोगों ने हस्ताक्षर कर अपना विरोध दर्ज कर महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी से मामले मे हस्तक्षेप कर सीएए को वापस लेने व एनपीआर/एनआरसी को लागू न करने के लिए केंद्र सरकार से कहे।
हस्ताक्षर अभियान में काजी ए शहर मौलाना कमर शाहजहाँपुरी, इखलाक अहमद डेविड, मुरसलीन खाँ भोलू, सैय्यद अतहर, डा० प्रभात मिश्रा, सैय्यद शादाब, प्रदीप मिश्रा, जियाउद्दीन, सैय्यद तलहा, जमालुद्दीन, मोहम्मद तौफीक, शमशुद्दीन, मोहम्मद वसीम, नईमुद्दीन, मोहम्मद रईस, मोहम्मद युनुस खान, मोहम्मद दिलशाद, मोहम्मद परवेज़, अफज़ाल अहमद, हाज़ी निज़ामुद्दीन आदि सैकड़ो लोग मौजूद थे।