कांग्रेसियों ने अबुल कलाम आजाद की 62वी पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि सभा का आयोजन

 


कानपुर । महानगर काँग्रेस कमेटी के अध्यक्ष  हर प्रकाश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में आज तिलक हाल में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं देश के प्रथम शिक्षा मंत्री भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की 62 वीं पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि सभा का आयोजन किया गया।जिसमें मौलाना आजाद को देश के सच्चे सपूत, युग पुरुष और यशस्वी शिक्षाविद बताया गया।अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इस्लामिक धार्मिक नगरी मक्का मे जन्म लेने वाले अफगानी मूल के बंगाली मुसलमान मौलाना आजाद ने बंगाल को अपना कार्यक्षेत्र बनाया और क्रांति दूत अरविंद घोष व श्याम सुंदर चक्रवर्ती के सानिध्य मे बंगाल व बिहार सहित संपूर्ण उत्तर और पश्चिम भारत में अंग्रेज़ी हुकूमत के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता का संग्राम लड़ा।अग्निहोत्री ने कहा कि अंग्रेज मौलाना को अपना कट्टर दुश्मन समझते थे। और उन्हें 1914 मे गिरफ्तार कर जेल में कठोर यातनाएं दी । महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन के दौरान 1920 में मौलाना कॉंग्रेस में शामिल हुए और 1923 में उनके जुझारू व्यक्तित्व को देखते उन्हें भारतीय कॉंग्रेस का अध्यक्ष पद सौंपा गया। मौलाना देश के विभाजन के प्रबल विरोधी थे। आजादी के बाद पंडित नेहरू के मंत्रिमंडल में उन्हें शिक्षा मंत्री का गुरुतर दायित्व सौंपा गया।देश मौलाना आजाद को सदैव याद रखेगा।पुष्पांजलि सभा का संयोजन अशोक धानविक ने और संचालन के के तिवारी ने किया।प्रमुख रूप से शंकर दत्त मिश्र,पूर्व विधायक हाफिज मोहम्मद उमर, निजामुद्दीन खां, अतहर नईम, सैमुअल सिंह लकी, इक़बाल अहमद, डॉ ए के बाजपेई, मेवा लाल, गुलाब सिंह कोरी, धर्मेंद्र शुक्ला, चन्द्र मणि मिश्र, अवधेश तिवारी, राजीव शर्मा, फ़ज़ल अमीर खां, आनंद अवस्थी, रफीक कल्लू, जफर अली लखनवी, जफर शाकिर, संदीप चौधरी, बृज मोहन शुक्ला, नईम उमर, मोहम्मद रियाज आदि लोग शामिल रहे।