कूड़ा व आवारा जानवरों के विरोध में समाजवादियों का अनूठा ज्ञापन


हफ़ीज़ अहमद खान



कानपुर । शहर के हर मोहल्ले व स्कूल के बाहर लगे कूड़े के ढेर व आवारा जानवरों से परेशान और सरकार की संवेदनहीनता से आक्रोशित सपा व प्रान्तीय व्यापार मण्डल से जुड़े व्यापारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय में झाड़ू व जंजीर लेकर ज्ञापन दिया और जिलाधिकारी से कहा कि अगर सरकार फेल है तो हम व्यापारी अपनी दुकान बन्द करके कूड़ा सफाई व जानवर पकड़ाई का काम शुरू कर देते हैं बस आप वेतन दिलवा दीजिये। उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता व नगर अध्यक्ष जीतेन्द्र जायसवाल के नेतृत्व में व्यापारियों ने हाथों में झाड़ू व जंजीर लेकर एसीएम 5 जेपी सिंह को ज्ञापन सौंपा और फिर जिलाधिकारी से मिलकर तत्काल कार्यवाही की मांग रखी।इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की कानपुर प्रदेश और देश की औद्योगिक राजधानी जाना जाता है। कानपुर से सबसे ज़्यादा राजस्व मिलता है।कानपुर में वर्तमान में हर बाजार,हर मोहल्ले,क्षेत्र में सफाई और कूड़े की समस्या है।उसकी वजह से आवारा जानवरों की भी समस्या है।आवारा जानवरों की समस्या तो जानलेवा बन चुकी है।कानपुर में लगभग रोज़ 200 मेट्रिक टन कूड़ा सड़कों पे ही रह जाता है।1400 टन कूड़ा लगभग निकलता है जिसमें से लगभग 1200 टन कूड़ा ही लगभग उठ पाता है।कारण सफाई में लापरवाही या खुली गाड़ियों का कूड़ा उठाने के लिए प्रयोग।ये बाज़ारों में,मोहल्लों में,स्कूलों के बाहर,अस्पतालों के बाहर आदि इकठ्ठा हो जाता है।बदबू और बीमारी की समस्या के साथ जाम व दुर्घटना की समस्या भी होती है। डेंगू के बाद कोरोना वायरस भी कूड़े व जानवरों से बढ़ेगा।  बदबू की वजह से लोग बाजार नहीं आते जिससे दुकान प्रभावित हो रही हैं।नोटबंदी व जीएसटी से पहले से ही बर्बाद व्यापारी अब कूड़ा और आवारा जानवर की वजह से बर्बाद हो रहा है।आवारा जानवरों की होने लगती है जो विशेषकर कूड़े के ढेर के पास ज़्यादा दिखते हैं।फीलखाना निवासी जितेंद सोनी को तीन दिन पहले सांड ने मारा जिससे उनकी मौत हो गई।आए दिन आवारा जानवरों विशेषकर सांड की टक्कर से कोई घायल होता है।बाजार में लोग डर के आते नहीं।शहर के मेस्टन रोड, हीरागंज,मेथोडिस्ट स्कूल,मरे कंपनी,मीरपुर,गोलाघाट,गोविंद नगर, गयाप्रसाद लेन,मनीराम बगिया,नवीन मार्किट,गुमटी,किदवई नगर,कलक्टरगंज,पी रोड समेत लगभग हर बाजार में कूड़ा व आवारा पशु जैसे की समस्या है और सांड,गाय,कुत्ते,सुवर,बन्दर मौजूद रहते हैं और हर दुकान पे अचानक मुंह मारते हैं,अचानक दुकान पे हमला कर देते हैं,अचानक ग्राहकों पे हमला कर देते हैं,या बीच सड़क पे खड़े हो जाते हैं जिसकी वजह से व्यापार करना और खरीददारी करना बेहद कठिन हो गया है। स्वच्छ भारत,नमामि गंगे व कानपुर स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं की विफलता पता चलती है।सरकार जीएसटी पंजीकरण व राजस्व बढ़ाने पर ज़ोर दे रही है पर जब तक कूड़ा मुक्त, जानवर मुक्त,अपराध मुक्त वातावरण व गढ्ढामुक्त सड़कें नहीं मिलेंगी तब तक व्यापार कैसे बढ़ेगा। ज्ञापन के माध्यम से आग्रह किया गया की तत्काल इस समस्या के निवारण के लिए उचित कदम उठाएं जाएं। नगर निगम व कानपुर कैन्ट बोर्ड को लिखित में इस समस्या के त्वरित व तत्काल निस्तारण के लिए निर्देश दिए जाएं।प्रान्तीय व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सपा प्रदेश उपाध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता, कानपुर नगर अध्यक्ष जितेंद्र जायसवाल,ग्रामीण अध्यक्ष विनय कुमार,हरिओम शर्मा,मनोज चौरसिया,शेषनाथ यादव,गौरव बकसारिया,राजेन्द्र मोबाइल,करण साहनी,अमित तिवारी,अंकुर गुप्ता आदि थे।